जैसा मैंने जाना
जीवन के सवालों पर बातचीत
शुक्रवार, 21 जनवरी 2011
आज की शायरा -------- हिना तैमूरी
हमने आपको आँखों में बसा रखा है,
आईना छोडिए आईने में क्या रखा है.
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