Wednesday, February 9, 2011

भोर के स्वागत की तैयारी करो--3

----जो सही नही है, वह निश्चित रूप से गलत है !---------

                मनुष्य जब भी कोई काम करता है, यहाँ तक की अपराध भी करता है तो उससे पहले वह अपने मन को उसकी जरूरत के लिए समझा लेता है ! बिना मन को समझाय कोई भी काम करना मुश्किल होता है ! यह काम मनुष्य तब भी करता है जब वह अपनी गलतियों और कमजोरियों को छुपाता है ! मनुष्य अपनी कमजोरियों को मजबूरी या किसी दूसरी शक्ल में वाजिब ठहराता है ! यहीं से उसके असफल होने की शुरुआत हो जाती है !
                 कोई भी मनुष्य बिना कमजोरियों के नही होता ! लेकिन कामयाब लोग अपनी कमजोरियों को पहचान कर उन्हें दूर कर लेते हैं, और नाकामयाब लोग उनके लिए बहाने ढूंढ़ लेते हैं ! एक बात आदमी को हमेशा याद रखनी चाहिए की" जो सही नही है वह निश्चित रूप से गलत है " ! कोई बीच का रास्ता नही होता ! जब तक मनुष्य अपनी कमजोरियों को पहचान कर ये नही मान लेता की यह कमजोरी है, वह कभी भी उसको दूर नही कर सकता ! इसलिए मनुष्य को कामयाब होने के लिए निर्मम आत्मालोचना  करनी चाहिए ! जो मनुष्य यह कर सकता है,  दुनिया की कोई भी ताकत उसको असफल नही कर सकती !
                 यह कामयाबी का पहला कदम है !

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